CIN U70100WB1986GOI041286

मेट्रो रेलवे परियोजनाएं

भारत ने एक शहर से दूसरे शहर में यात्रा को आसान बनाने के लिए यात्रियों के लिए तीव्र परिवहन प्रणाली विकसित की है । मेट्रो रेल शहरों में लोगों की बढ़ती हुई जरूरतों को पूरा करने के लिए कुछ शहरों में सफलतापूर्वक चल रही है । भारत में प्रथम तीव्र परिवहन प्रणाली थी कोलकाता मेट्रो रेल, जिसने वर्ष 1984 में चलना शुरू किया था ।

बीबीजे ने विभिन्न मेट्रो रेल परियोजनाओं के निर्माण का काम किया है । हाल में, बीबीजे ने कोलकाता, दिल्ली, मुंबई मेट्रो आदि जैसे कुछ प्रमुख मेट्रो रेल परियोजना में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है ।

रेलवे के आवागमन को वगैर व्यवधान पहुंचाए रेलवे ट्रैक के ऊपर समग्र इरेक्शन किया गया है। समस्त इरेक्शन का कार्य रात के समय किया गया है ताकि सड़क ट्रा‍फिक अक्षुण्णे बना रहे जो कि मेट्रो रेलवे परियोजनाओं के निर्माण के दौरान कुछ चुनौतियां थी । कुछ स्टेशन भवन निर्माण परियोजना को भी बीबीजे द्वारा निष्पाकदित किया गया है ।

बीबीजे द्वारा निष्पारदित कुछ मेट्रो रेलवे परियोजनाओं का विवरण :

कोलकाता मेट्रो रेलवे

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कोलकाता मेट्रो या कलकत्ता मेट्रो एक मेट्रो सिस्टम है जो कोलकाता शहर एवं दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना जिलों को भारत के एक राज्य , पश्चिम बंगाल में सेवाएं प्रदान कर रही है । यह भारत की पहली भूमिगत मेट्रो रेलवे प्रणाली है । नेटवर्क में शामिल है - एक प्रचालन संबंधी लाइन (लाइन-1) तथा योजना के विभिन्न स्तरों पर चार और लाइनों के साथ एक निर्माणाधीन (लाइन-2) लाइन है । यह भारत में इस तरह की पहली प्रणाली है, जिसे वर्ष 1984 में वाणिज्यिक सेवाओं के लिए खोली गयी । ...और अधिक पढि़ये >

नई दिल्ली मेट्रो रेलवे

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दिल्ली एमआरटीएस के क्रियान्वयन एवं परवर्ती परिचालन के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन नाम की एक कंपनी का पंजीकरण 03.05.95 को कंपनी अधिनियम, 1956 के अधीन किया गया था । डीएमआरसी के पास भारत सरकार एवं जीएनसीटीडी से समान इक्विटी भागीदारी थी । दिल्ली मेट्रो भारत में बड़े पैमाने पर शहरी परिवहन के क्षेत्र में नए युग में प्रवेश करने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा रही है ।....और अधिक पढि़ये >

मुंबई मेट्रो रेलवे

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मुंबई मेट्रो, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई को सेवाएं प्रदान करने वाली मेट्रो सिस्टम है । सिस्टम की डिजाइन शहर में यातायात की भीड़ को कम करने के लिए बनाई गई है और वर्तमान में परंतु गंभीर रूप से अत्‍यंत भीड़ भाड़ वाली मुंबई उपनगरीय रेलवे नेटवर्क का पूरक बन गया है । यह 15 वर्षों की अवधि में तीन चरणों में बनाया जाएगा, कुल मिलाकर जिसके 2021 में पूरी होने की आशा है ।....और अधिक पढि़ये >