नई दिल्ली मेट्रो रेलवे

विवरण

दिल्ली एमआरटीएस के क्रियान्वयन एवं परवर्ती परिचालन के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन नाम की एक कंपनी का पंजीकरण 03.05.95 को कंपनी अधिनियम, 1956 के अधीन किया गया था । डीएमआरसी के पास भारत सरकार एवं जीएनसीटीडी से समान इक्विटी भागीदारी थी । दिल्ली मेट्रो भारत में बड़े पैमाने पर शहरी परिवहन के क्षेत्र में नए युग में प्रवेश करने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा रही है । आधुनिक मेट्रो सिस्‍टम ने भारत में पहली बार तड़क-भड़क से मुक्त आरामदेह वातानुकूलित तथा पारिस्थितिकी-अनुकूल सेवाएं चालू की तथा न सिर्फ राष्ट्रीय राजधानी के क्षेत्र में बल्कि समूचे देश में बड़े पैमाने पर परिवहन परिदृश्य में क्रातिकारी बदलाव ला दी है ।

रिकॉर्ड समय के भीतर 193 किलोमीटर के वृहद नेटवर्क का निर्माण करते हुए डीएमआरसी आज एक चमकदार उदाहरण के रूप में खड़ा है कि कैसे एक बहुत बड़ी तकनीकी रूप से जटील संरचना परियोजना समय से पूर्व और वह भी एक सरकारी एजेंसी द्वारा बजट लागत के भीतर पूरी की जा सकती है ।

दि दिल्‍ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) का पंजीकरण 3 मई,1995 को कंपनी अधिनियम,1956 के अधीन किया गया था जिसमें केंद्र सरकार तथा नेशनल कैपिटल टेरिटरी ऑफ दिल्ली (जीएनसीटीडी) की सरकार का समान इक्विटी भागीदारी थी ताकि एक विश्वस्तरीय मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम (MRTS) के निर्माण एवं परिचालन के सपने को क्रियान्वित की जा सके ।

मुख्‍य विशेषताऍं :

उत्तर रेलवे ट्रैक, कीर्तिनगर (दिल्ली) के ऊपर मेट्रो रेल पुल :
शुरू होने की तारीख : 2003
यात्रा के लिए खुला : 2005
कुल मूल्य : 18.23 करोड़ रुपये (लगभग)
प्रकार: सड़क फ्लाईओवर के ऊपर मेट्रो रेल ब्रिज, आपूर्ति, फेब्रिकेशन एवं इरेक्शन
स्पैन : 60 मी. , स्टील कार्य : 525 मेट (लगभग)
निर्माण के दौरान चुनौतियां : रेल आवागमन को बाधित किए बगैर रेल ट्रैक के ऊपर समूचा इरेक्शन का कार्य किया गया ।

दिल्ली मेट्रो रेल ब्रिज, राजा गार्डेन (दिल्ली)
शुरुआत की तारीख : 2003, यातायात के लिए खुला : 2005
कुल मूल्य : 21.26 करोड़ रुपये (लगभग)
प्रकार : सड़क फ्लाईओवर के ऊपर मेट्रो रेल ब्रिज, आपूर्ति, फेब्रिकेशन, इरेक्शन
स्पैन : 60 मी.
स्टील कार्य 525 मेट ( लगभग)
निर्माण के दौरान चुनौतियां : ट्रैफिक आवागमन को चालू रखते हुए समूचा इरेक्शन का कार्य रात में किया गया ।

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