गंगा पुल, मुंगेर, बिहार

विवरण

मुंगेर में गंगा पुल को श्रीकृष्ण सेतु के नाम से भी जाना जाता है। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 12 मार्च 2016 को मालगाड़ियों के लिए ब्रिज को औपचारिक रूप से खोला गया था।

भारत के बिहार राज्‍य के मुंगेर में ‘गंगा-मुंगेर पुल’ शक्तिशाली नदी गंगा के ऊपर निर्माणाधीन रेल-सह-सड़क पुल है । 3.19 किमी लम्‍बा नदी पुल दो शहरों बख्तियारपुर एवं ताजपुर को जोड़ेगा तथा दो राष्‍ट्रीय राजमार्ग एनएच 80 एवं एनएच 31 को भी जोड़ेगा । बिहार के मुंगेर में गंगा नदी के ऊपर रेल-सह-सड़क पुल बिहार राज्‍य का दूसरा सबसे लम्‍बा रेल-स‍ह-सड़क पुल तथा देश का तीसरा सबसे लम्‍बा पुल होगा ।

कुछ प्रमुख विशेषताऍं एवं ऑंकड़े

लम्‍बाई : 3.685 किमी
स्‍पैन : 1x32m + 29x121.6m + 1x32 , स्‍टील कार्य : 61000 मेट (लगभग)
गंगा पुल के सुपरस्ट्र्क्च3र की खास विशेषताऍं
स्‍पैन व्‍यवस्‍था :1x32 मी. +29x121.6 मि. + 1x32 मी.. (3.685 किमी लगभग)
स्‍टील का वजन प्रति 121.6 मी. स्‍पैन : 1915 मेट
स्‍टील का वजन प्रति 32 मी. स्‍पैन : 350 मेट
कुल स्‍टील वर्क
हाई टेंसिल स्‍टील (ई350): 28510 मेट
माइल्‍ड स्‍टील (ई250) : 27625 मेट
गर्डर कंफीगुरेशन : डबल वारेन ट्रस गर्डर रेलवे पटरी सहित एवं कंपोजिट आरसीसी सड़क डेक
लोडिंग स्‍टैंडर्ड : 25 टी-2008 रेलवे लोड एवं आईआरसी 70आर एवं क्‍लास ए लोड
वित्‍तीय
प्रारंभिक मूल्‍य : रु. 790 करोड़
संशोधित : रु. 995 करोड़
दृष्‍टव्‍य
# ट्रस कंफीगुरेशन पर विचार करते हुए, काफी स्‍वयं का वजन एवं पेरेनियन नदी के बहाव के ऊपर बहु स्‍पैन सेगमेण्‍ट के निर्माण को वरीयता दी गई एवं अपनाया गया ।
# पुल के कंपोनेण्‍टों को कार्यस्‍थल के कार्यशाला में फेब्रिकेट किया गया ।
# विशेष रूप से डिजाइन की गई झलाई मशीन का प्रयोग सब मर्ज्‍ड आर्क वेल्डिंग (एसएडब्‍ल्‍यू) के लिए किया गया था ।
# मासिक उत्‍पादन दर को 2000 मेट पर बरकरार रखा गया

बीबीजे द्वारा निर्मित और अन्‍य सेतु